दाऊद इब्राहिम कराची के पॉश क्लिफ्टन इलाके में स्थित किलानुमा घर में बंद रहकर खुद को भले ही सुरक्षित महसूस करता हो और सार्वजनिक तौर पर कभी सामने नहीं आता हो, लेकिन पहली बार उसे विदेश में फैले अपने कारोबार के बारे में बात करते पकड़ा गया है. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद ने अस्सी के दशक में भारत से भागने के बाद काले धंधों की मदद से बड़ा एम्पायर खड़ा किया है.
इंडिया टुडे की पहुंच ऐसे पुख्ता सबूतों तक है जिनसे पता चलता है कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय दहशतगर्द और नशीली दवाओं का तस्कर दाऊद इतने वर्षों तक दुनिया के अलग-अलग महाद्वीपों में अपनी डी कंपनी का विस्तार करता रहा.
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचाने जाने वाले प्रदीप शर्मा ने ठाणे में कहा, ‘अल हमारिया पोर्ट का दफ्तर जांच के तहत है. कंपनी का नाम हार्बर है. ये दफ्तर अनीस इब्राहिम का है और किसी ज़ोहेब की ओर से चलाया जाता है. लोग इसी दफ्तर से दाऊद से बात करते हैं. यहां से जुड़े लोग भी जांच के दायरे में हैं. जांच चल रही है.’
अपार्टमेंट में दिखने वाले व्यक्तियों की पहचान ज़ोहेब असद और विजय सुब्बान्ना पुजारी के तौर पर हुई है. जोहेब पाकिस्तान के उस ट्रेंड किए आतंकी बशीर अहमद खान का लड़का है, जिसकी 1993 मुंबई सीरियल विस्फोट केस में तलाश है. जोहेब बाहरिया यूनिवर्सिटी के कराची कैंपस से ग्रेजुएट है. इंटेलीजेस सूत्रों के मुताबिक जोहेब को दाऊद और उसके भाई ने जोहेब के पिता बशीर की भारत विरोधी गतिविधियों का इनाम देने के लिए अपने साथ नौकरी पर रखा.
फुटेज में जोहेब के साथ दिखा पुजारी चंदन तस्करी का संदिग्ध सरगना है जिसे डीआरआई ने बीते वर्ष गिरफ्तार किया था. डीआरआई के जॉइंट डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई में इंडिया टुडे को बताया- ‘पुजारी के खिलाफ लाल चंदन की तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. वीडियो में दिख रहा एक व्यक्ति वही है और वो पहले अक्सर दुबई जाता रहता था.'
दाऊद के टेप्स पर इंडिया टुडे की जांच ‘इंटरनेशनल स्कूप’
दाऊद से जुड़े टेप्स के बारे में पूर्व पत्रकार एस बालाकृष्णन ने इंडिया टुडे की जांच को ‘इंटरनेशनल स्कूप’ बताया है. बालाकृष्णन रिपोर्टिंग के दिनों में अंडरवर्ल्ड को कई दशकों तक ट्रैक कर चुके हैं. बालाकृष्णन के मुताबिक टेप्स में निश्चित तौर पर दाऊद इब्राहिम की आवाज है. बालाकृष्णन ने कहा, ‘कराची में अपने घर में हर तरह के आराम के साथ दाऊद दुबई में अपने मेगा प्रोजेक्ट्स को मैनेज कर रहा है. इस आदमी के ऑपरेशन्स का दायरा जानने के लिए और ज्यादा क्या सबूत चाहिएं. वो किसी सभ्य कारोबार की तरह बर्ताव दिखा रहा है. ये अविश्वसनीय है.’
महाराष्ट्र के पूर्व आईपीएस अधिकारी पी के जैन कहते हैं कि इन टेप्स से पता चलता है कि दाऊद कैसे अपने तमाम बिजनेस प्लेटफार्मों का इस्तेमाल अपनी संपत्ति को बढ़ाने में कर रहा है. जैन कहते हैं, ‘वो अपने फंड को इन फ्रंट संगठनों में लगा कर पैसे को सफेद कर रहा है. और थोड़े दिनों में ये वैध हो जाता है.’
Source:-Aajtak
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इंडिया टुडे की पहुंच ऐसे पुख्ता सबूतों तक है जिनसे पता चलता है कि कैसे अंतर्राष्ट्रीय दहशतगर्द और नशीली दवाओं का तस्कर दाऊद इतने वर्षों तक दुनिया के अलग-अलग महाद्वीपों में अपनी डी कंपनी का विस्तार करता रहा.
एनकाउंटर स्पेशलिस्ट के तौर पर पहचाने जाने वाले प्रदीप शर्मा ने ठाणे में कहा, ‘अल हमारिया पोर्ट का दफ्तर जांच के तहत है. कंपनी का नाम हार्बर है. ये दफ्तर अनीस इब्राहिम का है और किसी ज़ोहेब की ओर से चलाया जाता है. लोग इसी दफ्तर से दाऊद से बात करते हैं. यहां से जुड़े लोग भी जांच के दायरे में हैं. जांच चल रही है.’
अपार्टमेंट में दिखने वाले व्यक्तियों की पहचान ज़ोहेब असद और विजय सुब्बान्ना पुजारी के तौर पर हुई है. जोहेब पाकिस्तान के उस ट्रेंड किए आतंकी बशीर अहमद खान का लड़का है, जिसकी 1993 मुंबई सीरियल विस्फोट केस में तलाश है. जोहेब बाहरिया यूनिवर्सिटी के कराची कैंपस से ग्रेजुएट है. इंटेलीजेस सूत्रों के मुताबिक जोहेब को दाऊद और उसके भाई ने जोहेब के पिता बशीर की भारत विरोधी गतिविधियों का इनाम देने के लिए अपने साथ नौकरी पर रखा.
फुटेज में जोहेब के साथ दिखा पुजारी चंदन तस्करी का संदिग्ध सरगना है जिसे डीआरआई ने बीते वर्ष गिरफ्तार किया था. डीआरआई के जॉइंट डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने मुंबई में इंडिया टुडे को बताया- ‘पुजारी के खिलाफ लाल चंदन की तस्करी के कई मामले दर्ज हैं. वीडियो में दिख रहा एक व्यक्ति वही है और वो पहले अक्सर दुबई जाता रहता था.'
दाऊद के टेप्स पर इंडिया टुडे की जांच ‘इंटरनेशनल स्कूप’
दाऊद से जुड़े टेप्स के बारे में पूर्व पत्रकार एस बालाकृष्णन ने इंडिया टुडे की जांच को ‘इंटरनेशनल स्कूप’ बताया है. बालाकृष्णन रिपोर्टिंग के दिनों में अंडरवर्ल्ड को कई दशकों तक ट्रैक कर चुके हैं. बालाकृष्णन के मुताबिक टेप्स में निश्चित तौर पर दाऊद इब्राहिम की आवाज है. बालाकृष्णन ने कहा, ‘कराची में अपने घर में हर तरह के आराम के साथ दाऊद दुबई में अपने मेगा प्रोजेक्ट्स को मैनेज कर रहा है. इस आदमी के ऑपरेशन्स का दायरा जानने के लिए और ज्यादा क्या सबूत चाहिएं. वो किसी सभ्य कारोबार की तरह बर्ताव दिखा रहा है. ये अविश्वसनीय है.’
महाराष्ट्र के पूर्व आईपीएस अधिकारी पी के जैन कहते हैं कि इन टेप्स से पता चलता है कि दाऊद कैसे अपने तमाम बिजनेस प्लेटफार्मों का इस्तेमाल अपनी संपत्ति को बढ़ाने में कर रहा है. जैन कहते हैं, ‘वो अपने फंड को इन फ्रंट संगठनों में लगा कर पैसे को सफेद कर रहा है. और थोड़े दिनों में ये वैध हो जाता है.’
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